पीएम मोदी की साधना का अंतिम दिन कन्याकुमारी में की सूर्य की पूजा , स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर चढ़ाया पुष्प।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां विवेकानंद रॉक मेमोरियल में सूर्योदय के समय " सूर्य अर्घ्य " देने के बाद शनिवार को तीसरे और अंतिम दिन अपनी ध्यान साधना शुरू की। यह जानकारी अधिकारियों ने दी है। " सूर्य अर्घ्य " आध्यात्मिक अभ्यास से जुड़ी एक परंपरा है , जिसमें भगवान सूर्य को जल अर्पित कर उन्हें नमन किया जाता है। पीएम मोदी ने आज सूर्योदय के दौरान " सूर्य अर्घ्य " देने के बाद अपने ध्यान के अंतिम दिन की शुरुआत की। पीएम ने अपराह्न 01:30 बजे अपना ध्यान समाप्त किया। इसके बाद वे तिरुवल्लुवर की प्रतिमा पर गए। वहां पूजा अर्चना के बाद वापस लौटने के क्रम में तमिल कवि को भी श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी इस दरम्यान भगवा वस्त्र पहने हुए थे। उन्होंने वहां स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा पर पुष्प भी अर्पित किया। अपने हाथों में " जप माला " लेकर मंडपम के चारों तरफ परिक्रमा भी की।
जानने वाली बात है कि कन्याकुमारी अपने सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्ध है। यह रॉक मेमोरियल तट रेखा के पास एक छोटे से टापू पर बनाया गया है। विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी ने 30 मई की शाम को ध्यान शुरू किया और आज अपराह्न में यह पूरा हो गया। पीएम मोदी आखिरी चरण के चुनाव के लिए प्रचार अभियान खत्म होने के बाद तमिलनाडु के कन्याकुमारी पहुंचे थे। बीते गुरुवार को कन्याकुमारी पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले उस मंदिर में पूजा-अर्चना की थी जो देवी कन्याकुमारी को समर्पित है। इस मंदिर को भगवती अम्मन मंदिर भी कहा जाता है।
अंकित करने वाली बात है कि 131 साल पहले जब स्वामी विवेकानंद 1892 में कन्याकुमारी आए थे , तब उन्होंने भी समुद्र की शिला पर ध्यान लगाने से पहले इसी मंदिर में भक्ति पाठ किया था और प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपना ध्यान इसी मंदिर में दर्शन के साथ शुरू किया था।
No comments:
Post a Comment